अच्छी मुलाकात हुई और करीब लगभग 2 घंटे बैठकर हमने बातचीत करी है, हमने अपने जो कार्यकर्ता हैं उनकी भावनाओं से उनको अवगत करवाया किस प्रकार से आज देश के अंदर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में माहौल है, क्या वो सोचता है, क्या हमारे नेता सोचते हैं विभिन्न राज्यों के अंदर और क्या हम लोग सोचते हैं, तो खुलकर बातचीत उन्होंने हमसे करी है और हमने यह भी कहा है जो वर्तमान परिस्थितियां देश की बनी है चुनाव में हार जीत होती रहती है, पहले भी हुई है। उन्होंने हमारी बात को बहुत ध्यान से सुना है और हमने हमारी बात दिल से कही है सब ने मिलकर के, हम उम्मीद करते हैं कि वो हमारी बातों पर गौर करेंगे और समय आने पर सही फैसला करेंगे, हम उम्मीद करते हैं।
सवाल: राहुल ने कुछ कहा, आपके ट्वीट के बाद जब हमने उनसे संसद में पूछा तो कहा मैं अपनी राय दे चुका हूं अपने स्टैंड पर कायम हूं।
जवाब: हमने अपनी भावना बतादी उनको सब ने मिलकर के...और खुलकर के बातचीत हुई है, लंबी बातचीत हुई है, दिल से बातचीत हुई है और हम चाहते हैं कि आज की परिस्थितियों में राहुल गांधी जी का जो संदेश है देश को जिन्होंने इश्यू बेस्ड राजनीति करी चुनाव के अंदर भी , चुनाव में इश्यू बेस्ड राजनीति करना, केम्पेन करना, प्रिंसिपल, पॉलिसी, प्रोग्राम पर वो उन्होंने अडॉप्ट किया था पिछले चुनाव के अंदर और दूसरे पक्ष ने देशभक्ति के नाम पर गुमराह किया देश को, दूसरे पक्ष मोदी जी ने जिस प्रकार से सेना के पीछे छिपकर राजनीति करी, लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह किया माहौल बना दिया जो इश्यू थे उनके ना विकास की बात करी और ना अर्थव्यवस्था की बात करी , ना रोजगार की बात करी सारे इश्यू जो कंट्री में थे उनको पीछे ले गए अपनी राजनीति के लिए चुनाव जीतने के लिए। जाति, धर्म या सेना के पीछे छुपकर राजनीति करना अलग बात है, इस प्रकार से राजनीति हुई। राहुल गांधी जी ने जमकर के कैम्पेन किया आज पूरा देश इस बात का लोहा मानता है।
सवाल: सर खबरे आ रही है आपने और कमलनाथ जी ने इस्तीफे की पेशकश की है? कुछ चैनल ऐसा चला रहे हैं क्या यह सही है?
जवाब: इस्तीफे की पेशकश तो आज क्या की जिस दिन चुनाव के परिणाम आए थे उस दिन इस्तीफे की पेशकश ही होती है, मुख्यमंत्रियों के लिए चुनी हुई सरकार होती है उनको तो इस्तीफा रखना ही पड़ता है, वो चुनाव के अंदर हमेशा हाई कमान फैसला करता है कि हमें आगे क्या फैसले करने हैं, पूरी वर्किंग कमेटी ने राहुल गांधी जी को अधिकृत कर दिया है वह जो चाहे वो फैसला करें, पुनर्गठन करें, रिप्लेसमेंट करें यह फैसला 25 जून को हो चुका है उसमें कोई चर्चा का विषय नहीं है।
इंपोर्टेंट सवाल यह है कि राहुल गांधी जी ने हमारी बातों को गौर से सुना है, हम उम्मीद करते हैं कि वह इस पर फैसला करेंगे।
धन्यवाद।
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