Skip to main content

Posts

Showing posts with the label tejaswi

Ad

तेजश्वी ने साधा सुशील मोदी पर निशाना - एक नंबर का धांधलीबाज़ और फ़रेबी व्यक्ति है सुशील

सुशील मोदी इतने बड़े धांधलीबाज़ और फ़रेबी व्यक्ति है कि है अपने माँ के कोख से जन्मे सगे भाई को अपना दूर का रिश्तेदार बताता है। जो व्यक्ति अपने भाई को रिश्तेदार बताता हो तो सोच लीजिये वह इंसान कितना बड़ा फ़्रॉड और दोगला होगा? अगर फिर भी कोई उनकी बातों पर यक़ीन करता है तो समझों वह जानबुझकर ज़हर पी रहा है। सुशील मोदी का अप्रवासी परिवार अरबों की काली कमाई के ढेर पर बैठा है। * सुशील मोदी यह साफ़ क्यों नहीं करते कि छोटे से कपडे की दुकान चलाने वाला मोदी खानदान आज खरबों का मालिक कैसे  बन बैठा? * इनके भाई राजकुमार मोदी की 10 हज़ार करोड़ की रीयल इस्टेट कंपनी इनके उपमुख्यमंत्री बनने के बाद कैसे आगे बढ़ी? * इनकी बहन रेखा मोदी को सृजन घोटाले के पैसे में बन्दरबाँट करने में सुशील मोदी ने कैसे मदद की? * यह ललित छाछवरिया इनका कौन सा रिश्तेदार जो इनके खानदान को खरबों की मनी लॉन्ड्रिंग में मदद कर रहा है? * क्यों बार बार शिकायतों के बावजूद वित्त मंत्री रहते इन्होंने और मुख्यमंत्री ने सृजन घोटाले में जाँच के आदेश नहीं दिए? * क्यों नहीं सुशील मोदी जेब में पड़े अगले हुक्म का इंतज़ार कर र

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” - तेजश्वी यादव

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” हम सभी नौ भाई-बहनों ने जीवन के हर सफर की शुरुआत हमेशा हमने पिताजी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेकर ही की है, लेकिन कल मन थोड़ा व्यथित था कि तेज़ भाई के नए सफर की शुरुआत में उनका विराट व्यक्तित्व शारीरिक रूप से ख़ुशी की घडी में हमारे साथ शरीक नहीं था। सुख के क्षणों में हमने पिता की कमी महसूस की। हालाँकि मानसिक और वैचारिक रूप से सदैव वो हमारे अंग-संग रहते है। बचपन से सुनते आया हूँ वो हमें अक्सर कहते है, जो जनसेवा को समर्पित हो उसका कोई निजी जीवन नहीं होता, निजी खुशियां नहीं होती, निजी दुःख नहीं होता। जन-जन के संघर्ष के आगे परिवार की खुशियों का कोई मोल नहीं है। भाई के सगाई समारोह में पिता जी की यही बात बार-बार याद आ रही थी। भाई के नए सफर पर पिता के आशीर्वाद का हाथ उनके सिर पर नहीं था, ये शायद पहली बार था। पिता की कमी बहुत खली, लेकिन उनकी ये सीख हमारे साथ रही की निजी सुख-दुःख से ऊपर होकर हमारा जीवन बिहार के लिए समर्पित है और रहेगा। कई बार समझौते आपको और आपके परिवार को सुकून के पल और खुशियां दे जाते हैं । मेरे पिता ने आवाम क

Ad