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कर के डीज़ल और पेट्रोल महंगा, सरकार दिखा रही ग़रीबों को ठेंगा - तेजस्वी यादव | पटना न्यूज़

Tejashwi Yadav Patna Protests Against Hike in Fuel Prices 19 दिन 19 बार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ें है लगातार बेरोजगारी, पलायन और कोरोना से था ही हाहाकार और अब ऊपर से महँगाई का यह सरकारी अत्याचार आज देश का गरीब सरकार के चौतरफा मार से त्रस्त है। लोगों के काम, रोजगार छिन गए हैं। जो श्रमिक बन्धु वापस लौटे थे, नीतीश जी की शिथिलता और नाकामी के कारण वापस लौटने को मजबूर हैं। एक तो आमदनी नहीं, ऊपर से महँगाई की मार! एक तो नीतीश जी का करेला कड़वा, ऊपर से केंद्र का नीम चढ़ा! पेट्रोल डीज़ल और गैस की बढ़ती कीमतों का सबसे ज्यादा असर हाशिये पर खड़े गरीबों पर पड़ता है, किसानों पर पड़ता है, मजदूरों पर पड़ता है! नीतीश सरकार ने बिहार के गरीबों की आमदनी के रास्ते बंद कर दिए हैं तो केंद्र जो भी सीमित आमदनी है उसे भी चूस लेने की सारी जुगत लगाए है! पेट्रोल डीज़ल और गैस के दाम का सीधा-सीधा असर महँगाई पर पड़ता है और महँगाई से सबसे ज्यादा परेशान सबसे गरीब लोग ही होते हैं! आज बिहार की बेरोजगारी दर 46.6% के पार हो चुकी है! काम के अभाव में लोग दो जून की रोटी को तरस रहे हैं! कोरोना संकट के बीच अप

RJD नेता तेजस्वी यादव CM नीतीश कुमार के साथ हुई सर्वदलीय बैठक के बाद क्या बोले ? Bihar Hub

Tejashwi Yadav                                                       माननीय नेता प्रतिपक्ष ने आज Video कॉन्फ़्रेन्सिंग के ज़रिए सर्वदलीय मीटिंग में भाग लिया। उन्होंने सरकार के स्वास्थ्य और आपदा विभाग द्वारा जारी आँकड़ों और प्रस्तुतीकरण पर सवाल उठा सरकार को अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने में जनप्रतिनिधियों को दरकिनार किया जा रहा है। अधिकारी जनप्रतिनिधियों की सुनते नहीं है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि राहत और बचाव कार्यों में जनप्रतिनिधियों की सेवा ली जाए ताकि अधिकारी मनमानी ना कर सके। इसमें Check & Balance रहना चाहिए। जनप्रतिनिधियों पर विश्वास कर उन्हें महत्वपूर्ण ज़िम्मेवारी दी जाएँ। आपदा के समय कोई जनप्रतिनिधि झूठ तो बोलेगा नहीं। ना जनप्रतिनिधि झूठ बोलते है और ना सारे अधिकारी सच। नेता प्रतिपक्ष के सुझाव का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को जवाबदेही देने का आश्वासन दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार सरकार राज्य में कोरोना की कम संख्या को लेकर पीठ ना थपथपाए। जब बिहार में कोरोना की जाँच ही सबसे कम हो रही

कोरोना योद्धाओं पर हो रहे हिंसक हमलों पर तेजस्वी यादव का जनसन्देश !

कोरोना योद्धाओं पर हो रहे हिंसक हमलों पर तेजस्वी यादव का जनसन्देश ! प्रिय साथियों, डॉक्टर, पुलिस और कोरोना योद्धाओं के प्रति हिंसा के समाचार मन को व्यथित करने वाले है।ऐसे सभी कृत्य मानवता को, संवेदनाओं को और कोरोना से लड़ाई के प्रति हमारे समर्पण को शर्मसार करते है। सरकार और विपक्ष ऐसे कठिन समय में एकजुट होकर कार्य कर रहें हैं क्यूंकि प्रत्येक नागरिक को इस समय एक दूसरे के साथ, भरोसे और सहयोग की आवश्यकता है। प्रत्येक देशवासी, प्रत्येक बिहारवासी को जीवन बचाने की इस मुहीम में योगदान देने की आवश्यकता है। डॉक्टर ईश्वर का रूप है क्यूंकि वो आपका जीवन बचाते हैं, उनको पत्थर मारना, ईश्वर को पत्थर मारने के बराबर है। पुलिस हमारे लिए संजीवनी का कार्य कर रही है क्यूंकि वो खुद को खतरे में डाल हमारी सुरक्षा का जिम्मा अपने कंधो पर लिए हुए है। हम सब अपने घरों में हैं, परिवार के साथ सुरक्षित हैं, लेकिन पुलिस वाले हमारे लिए सड़कों पर हैं, डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ हमारे लिए अस्पताल में काम कर रहें हैं ,बिना रुके, बिना थके, बिना अपने परिवार से मिले। हमारा कूड़ा उठाने, हमें जरूरी राशन पहुंचा

कोरोना पर तेजस्वी यादव बोले, यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज़ वाले और भुगत रहे पैदल चलने वाले !

कोरोना पर तेजस्वी यादव बोले, यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज़ वाले और भुगत रहे पैदल चलने वाले ! कोरोना पर तेजस्वी यादव बोले, यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज़ वाले और भुगते पैदल चलने वाले यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज़ वाले और भुगते पैदल चलने वाले, कोरोना लेकर आए पासपोर्ट वाले और क़ीमत अदा करे BPL राशनकार्ड वाले। अमीरों की शानो-शौक़त और बीमारी का हर्ज़ाना बेचारे करोड़ों ग़रीब लोग भुगत रहे है। ग़रीबों की मदद के लिए क्यों नहीं वो अब आगे आ रहे है? सरकारें सोचतीं है कि वो ग़रीबों के खाते में महज़ 500₹ डालकर और उन्हें मुट्ठीभर दाल-चावल का लालच देकर बहला लेंगी। मैं सरकारों से प्रार्थना कर रहा हूँ कि कोरोना से कोई मरे ना मरे लेकिन करोड़ों ग़रीब लोगों को घर भेज, महीनों के राशन का इंतज़ाम करे अन्यथा वो भूख से ज़रूर मर जाएँगे। प्रवासी मज़दूर भाईयों के Video देखकर दुःखी हो गया। कमेरे, मज़दूर और मज़लूम वर्ग का सूरत और मुंबई में अपने घर लौटने के लिये सड़क पर उतरना सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है। सरकार ग़रीब मज़दूर बंधुओं को उनके घर तक सकुशल पहुँचाने की व्यवस्था क्यों नहीं कर पा रही है? ज

बेरोज़गारी हटाओ यात्रा से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव का बिहार की जनता को सन्देश !

Tejashwi Yadav Speech in Berozgari Hatao Yatra 2020 बिहार में बेरोज़गारों की दशा और बेरोज़गारी की दिशा पर प्रस्तुत है मेरी “दिल की बात” मेरे युवा साथियों व समस्त प्रदेशवासियों, हमारा बिहार, वही बिहार जो कभी शिक्षा का केंद्र बिंदु था आज बदहाल है। बिहार बेरोज़गारी का केंद्र बिंदु बन चुका है। 45 वर्षों बाद देश में बेरोज़गारी सबसे अधिक है। पूरे देश में बिहार की बेरोज़गारी दर 11.47% है। बिहार के युवा प्रतिभावान होने के बावजूद दूसरे प्रदेशों में मामूली मेहनताने पर छोटे-मोटे काम करने को विवश हैं। बिहार की प्रतिभा पलायन कर रही है लेकिन माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी चैन की बंशी बजा रहे हैं। मैं पूछता हूं कि किसी प्रदेश की दशा और दिशा बदलने के लिये और कितना वक्त चाहिये? आज पंद्रह साल हो गये बिहार में उन्हे शासन करते हुये सबसे युवा बिहार बदहाल हो गया, बेकार हो गया। आखिर कब तक हम बिहार के लोग मज़दूरी करके पेट पालते रहेंगें? इनसे हिसाब माँगों तो ये भूतकाल की बात करने लग जाते है। माननीय मुख्यमंत्री जी को समझना चाहिए के नब्बे के दौर की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्राथमिकताएँ अलग

Bihar Politics: पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय कब बनवाओगे पल्टूराम जी - तेजस्वी यादव

Tejashwi Yadav  आदरणीय मुख्यमंत्री जी, जुलाई 2017 में जनादेश चोरी के बाद जब बिहार में अनैतिक सरकार बनी थी तब जनादेश अपमान की शर्मिंदगी दबाने और न्यायप्रिय लोकतांत्रिक लोगों को सांत्वना देने के लिए आप ज़ोर-शोर से कहते थे कि दशकों बाद केंद्र और बिहार में एक गठबंधन की सरकार बनी है। अब डबल इंजन सरकार में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, और केंद्रीय योजनाओं में प्राथमिकता मिलेगी। लेकिन मुख्यमंत्री जी क्या हुआ? बिहार को अब भी उसका वाजिब हक क्यों नहीं मिल रहा है? पटना में भरे मंच से आपके द्वारा बार-बार मिन्नतें करने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने से इनकार कर दिया था। उसके एवज में प्रधानमंत्री ने जो विशेष आर्थिक सहायता पटना विश्वविद्यालय को देने का वादा किया था उसे आज तक पूरा नहीं किया है? क्या यही आपकी हैसियत है कि आप 100 वर्ष पुराने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा तक नहीं दिला सकते? प्रधानमंत्री को उनका बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का टेप और video क्यों नहीं दिखाते? जैसा आप 15 लाख सबक

बिहार बंद की सफलता के बाद तेजस्वी ने किया राजद कार्यकर्ताओं का धन्यवाद् !

Tejashwi Yadav Addressing at Bihar Bandh Protest in Patna कल NRC और नागरिकता संशोधन क़ानून के विरुद्ध राजद द्वारा आहूत बिहार बन्द को अपना बहुमूल्य समर्थन व सहयोग देने के लिए सभी बिहारवासियों को हार्दिक धन्यवाद देना चाहता हूँ। आम बिहारवासियों के अलावा राजद गठबंधन के सभी समर्थकों, कार्यकर्ताओं व अभिभावक तुल्य वरिष्ठ नेताओं, युवा साथियों का भी धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने पार्टी के एक आह्वान पर अपने सतत एकीकृत प्रयास से दम्भी सत्ताधारियों की नींद ही उड़ा दी। पहली बार आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी की अनुपस्थिति में उनके असीम आशीर्वाद से पार्टी ने अभूतपूर्व सफ़ल कार्यक्रम किया। बिहार बन्द को ऐतिहासिक रूप से अप्रत्याशित व अतुलनीय बनाने के लिए राज्यभर के संघर्षशील विद्यार्थियों, युवाओं, राजनीतिक, गैर राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं, सिविल सोसायटी व संविधान के लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले सभी प्रबुद्ध साथी नागरिकों और मीडिया के साथियों का तहेदिल से शुक्रगुज़ार हूँ। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने एक बार फिर से पलटी मारकर रीढ़हीनता क

CAB और NRC के विरोध में तेजस्वी यादव का पटना से शक्ति प्रदर्शन !

Tejashwi yadav at RJD's Plenary Session in Patna नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) एक ऐसा कानून है जो इस समाज को धर्म के आधार पर बांट देगा। हमारा संविधान कहता है कि धर्म के आधार पर हम ये निश्चित कभी नही करेंगे कि किस व्यक्ति का या किस समुदाय को कितने अधिकार मिलेंगे या कितनी सुविधाएं सरकार सुनिश्चित करेगी। ये कानून संविधान और भारतीय परम्पराओं की धज्जियाँ उड़ाता है और धर्म के आधार पर भारत की नागरिकता को कानूनन रूप देती है। शरणार्थी वही लोग होते है जो जरूरत मंद होते है, सताये लोग होते है, जिनको उनके अधिकारों से बंचित कर दिया जाता है, ऐसे लोग कोई भी हो सकते है, चाहे हिंदू हो, मुसलमान हो, सिख हो या ईसाई हो। भारत की परंपरा रही है कि हम अपना हाथ बढ़ाते है और उनकी मदद करते है, लेकिन ये कानून अब ऐसा कुछ भी नही रहने देगा। इस कानून का एक मात्र उद्देश्य ये है कि एक धर्म के शरणार्थीयो को भारत की नागरिकता नहीं देना, बाकी सबको देंगे। ऐसा कानून कही देखा है? ऐसा कानून पाकिस्तान में हो सकता है, अफगानिस्तान में हो सकता है या फिर हिटलर के नाज़ी जर्मनी में हो सकता है, भारत मे कभी नहीं हो सकता है। ह

नितीश बाबू में कुछ नैतिकता बची है तो तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे दें - तेजस्वी यादव

Tejashwi Yadav Asking Resignation From CM Nitish Kumar                   बिहार में सरकार और पुलिस ने कानून व्यवस्था पर पूरी तरह से अपना इकबाल गँवा दिया है। बिहार में औसतन 50 हत्याएँ हो रही है। पुलिस का एकमात्र कार्य सत्तारूढ़ दलों की घृणित राजनीति के प्यादे के रूप में अपनी उपयोगिता सिद्ध करना रह गया है। सुशासन का प्रशासन सत्ता के हनक और सनक के सामने अपने कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका है। अफसर सत्तारूढ़ नेताओं की गाड़ियों में घूम रहे है और अपराधी सरकारी गाड़ियों में। मुख्यमंत्री पुलिसकर्मियों के हत्यारों को, बलात्कारियों को और शराब माफ़ियाओं को अपने घर के अंदर तक का एंट्री पास देते हैं। ऐसे में पुलिस बल का क्या मनोबल रह जाएगा? बिहारवासियों का हर दिन अपराध और अपराधियों के बीच सहमते गुजर रहा है। सत्तारूढ़ दल के के नेता-कार्यकर्ता पुलिस का स्टिकर चिपका कर पार्टी का झंडा लगाकर शराब की तस्करी कर रहे हैं। सत्तारूढ़ दल के मंत्री मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार कांड में लिप्त है। सत्तारूढ़ दल के नेता 30 बच्चों को अपनी कार से कुचल देता है। लूटपाट और छेड़छाड़ का विरोध करने पर व्यापा

महागठबंधन के शीर्ष नेताओं के साथ RJD नेता तेजस्वी यादव की बैठक ! पढ़िए विस्तार से

Tejashwi Yadav Meeting With Leaders of MahaGathbandhan               आज शाम महागठबंधन के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की। हमारा गठबंधन आवाम के सरोकारों को उसकी समेकित पूर्ति के लिए है और हम अपनी सामूहिक जिम्मेवारी को भली भांति समझते हैं। महागठबंधन के तमाम सहयोगी दल इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि मौजूदा दौर में राजनीति के स्वरूप और चरित्र को बदलना भी हमारी जिम्मेदारी है। राज्य और राष्ट्र को एक वैकल्पिक लोकन्मुख राजनीति का का तेवर दिया जाए ये हम सबों का भरोसा है। हमारा गठबंधन सिर्फ नेताओं के बीच का गठबंधन नहीं बल्कि समाज के हाशिये पर पड़े लोगों का हाथ पकड़ कर चलने की प्रतिबद्धता का दूसरा नाम है। आज की इस बैठक में हमने यह निर्णय लिया है आने वाले दिनों में हम जनसंघर्षों के माध्यम से जन सरोकार के मुद्दों पर राज्य भर में लोगों को शिक्षित और जागरूक करने के साथ शांतिपूर्ण संघर्ष में उनके सहभागी होंगे।

तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री नितीश पर ज़ुबानी हमला.. पढ़िए विस्तार से !

                   Tejashwi Yadav at Home in Patna, Bihar                              पटना में इन दिनों सभी नियमों को ताक पर रख अतिक्रमण के नाम पर अतिक्रमित स्थल के साथ-साथ कई ऐसे दुकान, भवन, रैन-बसेरा, बाजार इत्यादि जो नियमित रूप से पुरवर्ती सरकार द्वारा स्थापित किया गया है, को तोड़े जा रहे है। इसी क्रम में अबतक बकरी बाजार, मछली बाजार, दुग्ध मार्केट, फल मार्केट इत्यादि जो कि सरकार द्वारा सरकारी राषि से निर्मित कर किसानों, मछली व्यापारियों, दुग्ध व्यवसासियों, फल विक्रेताओं को आवंटित किया गया था ताकि गरीब अपना व्यवसाय कर अपने परिवार का जीवन-यापन कर सके। ये सारी कार्रवाई किस आधार पर एवं किस आदेश के आलोक में किया जा रहा है? बिना पूर्व नोटिस आदि के बिना अतिक्रमित स्थल चिन्हित किए, बिना पुर्नवास की कार्रवाई किए आखिर सरकार कैसे गलत-सही की गणना किए बगैर अविवेक पूर्ण ढंग से गरीबों के पेट पर लात मार रही है एवं उसके करोड़ों की सम्पत्ति का विनाष कर उन्हें बेरोजगार बना रही है? आज विभिन्न अखबार पत्रों के माध्यम से मालूम हुआ कि इनकम टैक्स गोलम्बर पर दशकों से फल विक्रताओं को भी बिना

जनता के बीच जाकर तेजस्वी ने पूछा मोदी से सवाल - अब 2014 के चुनावी वादे कौन पूरा करेगा ?

Tejashwi Yadav  2019 में नए वादों की बात करने से पहले मोदी जी देश को बतायें कि उन्होंने 5 साल में अपने 2014 के घोषणापत्र में किए गए किन-किन वादों को पुरा किया है? आज उन मुद्दों पर बात करने से क्यों कतरा रहे है? उन भारी-भरकम आसमानी वादों, योजनाओं और घोषणाओं का क्या हुआ? प्रधानमंत्री जी और बिहार के बड़बोले मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री जनता के निम्नलिखित सवालों का जवाब दें:- 1. जनादेश चोरी से बिहार में बनी पलटीमार डबल इंजन की सरकार से बिहार को क्या लाभ हुआ? कुव्यवस्था और बेरोजगारी के अलावा राज्य के हिस्से क्या आया? बीजेपी 2014 के राष्ट्रीय घोषणा पत्र और बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में किए गए वादों पर बात करने से क्यों शरमा रही है? नीतीश जी का तो कहना ही क्या उनके वादे तो बीजेपी से विपरीत थे लेकिन अब उनकी बैशाखी और जनादेश की डकैती के सहारे ही टिके है। 2. बिहार के लिए विशेष राज्य व विशेष पैकेज का क्या हुआ? जब केंद्र और राज्य में NDA की ही सरकार है तो अब बिहार को उसका अधिकार क्यों नहीं दिया जा रहा? 3. कानून व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कृषि, उद्योग जैसे मुद्दों पर बि

अब उत्तर प्रदेश और बिहार से भाजपा का सफाया तय है - पढ़िए पूरी खबर

Akhilesh yadav Wwith Tejashwi Yadav in Lucknow  समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में बिहार के राष्ट्रीय जनता दल नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव ने भेंट की। उन्होंने कहा कि वे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के साथ हैं और इस गठबंधन का संदेश पूरे देश में गया है। यह एक ऐतिहासिक फैसला है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच चुनावी गठबंधन की घोषणा होते ही आज दोनों दलों में उत्साह । श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में अघोषित इमर्जेंसी है और संवैधानिक संस्थाओं का लगातार तानाशाह के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। किसान- नौजवान परेशान हैं। नागपुरिया कानून और आरएसएस का एजेण्डा संविधान से छेड़छाड़ करना है। संविधान की जगह गोलवलकर की किताब को रखना चाहते हैं। मोदी वही करते हैं जो मोहन भागवत कहते है। अब उत्तर प्रदेश और बिहार से भाजपा का सफाया तय है। इस गठबंधन को बड़ा समर्थन मिला है। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह इन दोनों गुरु चेले की नींद उड़ने वाली प्रेसवार्ता है यह - म

तेजश्वी ने साधा सुशील मोदी पर निशाना - एक नंबर का धांधलीबाज़ और फ़रेबी व्यक्ति है सुशील

सुशील मोदी इतने बड़े धांधलीबाज़ और फ़रेबी व्यक्ति है कि है अपने माँ के कोख से जन्मे सगे भाई को अपना दूर का रिश्तेदार बताता है। जो व्यक्ति अपने भाई को रिश्तेदार बताता हो तो सोच लीजिये वह इंसान कितना बड़ा फ़्रॉड और दोगला होगा? अगर फिर भी कोई उनकी बातों पर यक़ीन करता है तो समझों वह जानबुझकर ज़हर पी रहा है। सुशील मोदी का अप्रवासी परिवार अरबों की काली कमाई के ढेर पर बैठा है। * सुशील मोदी यह साफ़ क्यों नहीं करते कि छोटे से कपडे की दुकान चलाने वाला मोदी खानदान आज खरबों का मालिक कैसे  बन बैठा? * इनके भाई राजकुमार मोदी की 10 हज़ार करोड़ की रीयल इस्टेट कंपनी इनके उपमुख्यमंत्री बनने के बाद कैसे आगे बढ़ी? * इनकी बहन रेखा मोदी को सृजन घोटाले के पैसे में बन्दरबाँट करने में सुशील मोदी ने कैसे मदद की? * यह ललित छाछवरिया इनका कौन सा रिश्तेदार जो इनके खानदान को खरबों की मनी लॉन्ड्रिंग में मदद कर रहा है? * क्यों बार बार शिकायतों के बावजूद वित्त मंत्री रहते इन्होंने और मुख्यमंत्री ने सृजन घोटाले में जाँच के आदेश नहीं दिए? * क्यों नहीं सुशील मोदी जेब में पड़े अगले हुक्म का इंतज़ार कर र

तेजश्वी यादव ने फिर ली नीतीश की चुटकी

माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आजकल स्वयं से खफ़ा चल रहे है। कब, क्या और क्यों बोल रहे है इसका उन्हें आभास ही नहीं रहता। विगत दिनों में उनकी सोशल मीडिया को लेकर झुंझलाहट और खीझ सबको समझ में आती है। दरअसल प्रायोजित तौर-तरीक़ों से मुख्यमंत्री नीतीश जी कुछ मीडिया को मैनेज और एडिट करके ही अपना महिमामंडन करवाते आए हैं। इससे वो सुशासन बाबू भी बन गए। मुख्यधारा की कुछ समर्थित मीडिया को सरकारी प्रचार छीन लेने का डर दिखाकर एवं ब्लैकमेलिंग कर मीडिया रिपोर्टों को अपने पक्ष में करवाने  का दबाव बनाया जाता है। जुझारू और हिम्मती कलमवीर पत्रकारों को हटाने अथवा दूसरे काम में लगाने के लिए बाध्य किया जाता है। मुख्यमंत्री जी की एडिटिंग का यह स्तर है कि उनके विज्ञापनी दबाव में विपक्ष की आवाज को लगभग दबा दिया गया है। यहां तक कि नेता विरोधी दल के बयानों को भी कम से कम जगह दे कर निपटवा दिया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश जी की आलोचना को उनके पार्टी की आलोचना के रूप में दिखा दिया जाता है। हम नीतीश कुमार लिखते है तो सुबह अख़बार में जदयू लिखा पाया जाता है। मुख्यमंत्री व सरकार विरोधी बयानों को नीतीश कु

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” - तेजश्वी यादव

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” हम सभी नौ भाई-बहनों ने जीवन के हर सफर की शुरुआत हमेशा हमने पिताजी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेकर ही की है, लेकिन कल मन थोड़ा व्यथित था कि तेज़ भाई के नए सफर की शुरुआत में उनका विराट व्यक्तित्व शारीरिक रूप से ख़ुशी की घडी में हमारे साथ शरीक नहीं था। सुख के क्षणों में हमने पिता की कमी महसूस की। हालाँकि मानसिक और वैचारिक रूप से सदैव वो हमारे अंग-संग रहते है। बचपन से सुनते आया हूँ वो हमें अक्सर कहते है, जो जनसेवा को समर्पित हो उसका कोई निजी जीवन नहीं होता, निजी खुशियां नहीं होती, निजी दुःख नहीं होता। जन-जन के संघर्ष के आगे परिवार की खुशियों का कोई मोल नहीं है। भाई के सगाई समारोह में पिता जी की यही बात बार-बार याद आ रही थी। भाई के नए सफर पर पिता के आशीर्वाद का हाथ उनके सिर पर नहीं था, ये शायद पहली बार था। पिता की कमी बहुत खली, लेकिन उनकी ये सीख हमारे साथ रही की निजी सुख-दुःख से ऊपर होकर हमारा जीवन बिहार के लिए समर्पित है और रहेगा। कई बार समझौते आपको और आपके परिवार को सुकून के पल और खुशियां दे जाते हैं । मेरे पिता ने आवाम क

तेजस्वी ने भेजी नीतीश को चिट्ठी ! पढ़िए पूरी खबर !

आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपका ध्यान इस ओर आकर्षित कराना चाहता हूं कि जिस तरह जुलाई में जनादेश का क़त्ल करके नई सरकार का गठन होने के बाद से आपकी सरकार में सहयोगी भाजपा और उसके अन्य संगठनों द्वारा राज्य में हिंसा का वातावरण पैदा किया जा रहा है, वह राज्य की जनता के हित में कतई नहीं है। यह सर्वविदित है कि भाजपा ने अपने राजनीतिक हित के लिए देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटना काफी पहले ही शुरू कर दिया था। शायद इसी ख़तरे को भाँपते हुए आपने संघमुक्त भारत की बात कही थी। लेकिन किस अनजान डर से अब आप संघयुक्त भारत की पैरवी कर रहे है यह रहस्य तो आप ही जानते है। यह सब समाज में ध्रुवीकरण करने और उसके आधार पर मतदान को प्रभावित कर राजनीतिक हित साधने का ही प्रयास है।आप इस रणनीति से राजनीतिक लाभ उठा सकते है लेकिन देश की गंगा-जमुनी तहजीब और संस्कृति पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जब से राज्य में NDA सरकार बनी है तब से हिंसा की अनेकों वारदातें हो चुकी हैं जिसमें अफवाह फैला कर एक विशेष समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया और उस क्षेत्र के लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का प्रयास किया गया। अभ

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