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तेजश्वी यादव ने फिर ली नीतीश की चुटकी

माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आजकल स्वयं से खफ़ा चल रहे है। कब, क्या और क्यों बोल रहे है इसका उन्हें आभास ही नहीं रहता। विगत दिनों में उनकी सोशल मीडिया को लेकर झुंझलाहट और खीझ सबको समझ में आती है। दरअसल प्रायोजित तौर-तरीक़ों से मुख्यमंत्री नीतीश जी कुछ मीडिया को मैनेज और एडिट करके ही अपना महिमामंडन करवाते आए हैं। इससे वो सुशासन बाबू भी बन गए। मुख्यधारा की कुछ समर्थित मीडिया को सरकारी प्रचार छीन लेने का डर दिखाकर एवं ब्लैकमेलिंग कर मीडिया रिपोर्टों को अपने पक्ष में करवाने  का दबाव बनाया जाता है। जुझारू और हिम्मती कलमवीर पत्रकारों को हटाने अथवा दूसरे काम में लगाने के लिए बाध्य किया जाता है। मुख्यमंत्री जी की एडिटिंग का यह स्तर है कि उनके विज्ञापनी दबाव में विपक्ष की आवाज को लगभग दबा दिया गया है। यहां तक कि नेता विरोधी दल के बयानों को भी कम से कम जगह दे कर निपटवा दिया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश जी की आलोचना को उनके पार्टी की आलोचना के रूप में दिखा दिया जाता है। हम नीतीश कुमार लिखते है तो सुबह अख़बार में जदयू लिखा पाया जाता है। मुख्यमंत्री व सरकार विरोधी बयानों को नीतीश कु

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” - तेजश्वी यादव

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” हम सभी नौ भाई-बहनों ने जीवन के हर सफर की शुरुआत हमेशा हमने पिताजी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेकर ही की है, लेकिन कल मन थोड़ा व्यथित था कि तेज़ भाई के नए सफर की शुरुआत में उनका विराट व्यक्तित्व शारीरिक रूप से ख़ुशी की घडी में हमारे साथ शरीक नहीं था। सुख के क्षणों में हमने पिता की कमी महसूस की। हालाँकि मानसिक और वैचारिक रूप से सदैव वो हमारे अंग-संग रहते है। बचपन से सुनते आया हूँ वो हमें अक्सर कहते है, जो जनसेवा को समर्पित हो उसका कोई निजी जीवन नहीं होता, निजी खुशियां नहीं होती, निजी दुःख नहीं होता। जन-जन के संघर्ष के आगे परिवार की खुशियों का कोई मोल नहीं है। भाई के सगाई समारोह में पिता जी की यही बात बार-बार याद आ रही थी। भाई के नए सफर पर पिता के आशीर्वाद का हाथ उनके सिर पर नहीं था, ये शायद पहली बार था। पिता की कमी बहुत खली, लेकिन उनकी ये सीख हमारे साथ रही की निजी सुख-दुःख से ऊपर होकर हमारा जीवन बिहार के लिए समर्पित है और रहेगा। कई बार समझौते आपको और आपके परिवार को सुकून के पल और खुशियां दे जाते हैं । मेरे पिता ने आवाम क

किसी निर्दोष का फर्जी एनकाउंटर एक अमानवीय और गैरकानूनी कृत्य है - अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज विधान परिषद सदस्य राजेश यादव राजू के साथ बाराबंकी जनपद के पूर्व शिक्षक श्री भगौती प्रसाद यादव ने मिलकर अपने बेटे श्री आकाश बख्स यादव के फर्जी एनकाउंटर किए जाने की पुलिसिया साजिश की जानकारी दी। श्री अखिलेश यादव ने राज्य सरकार से फर्जी एनकाउंटर कराने की घटना में शामिल पुलिस कर्मियों पर धारा 307 का मुकदमा कायम करने, पूरी घटना की निष्पक्ष जांच कराए जाने और घायल नौजवान की मदद किए जाने की मांग की है।  उन्होंने कहा प्रदेश में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है और हर मोर्चे पर विफल सरकार अपनी असफलताएं छुपाने के लिए फर्जी एनकाउंटर का सहारा ले रही है। श्री भगौती प्रसाद यादव ग्राम पूरे सागर पोस्ट सिद्धौर, बाराबंकी, के निवासी हैं। उनका बेटा आकाश (30वर्ष) एल.एल.बी. का छात्र है और सचिवालय कालोनी के निकट शांति आश्रम से 18 अपै्रल 2018 को बाराबंकी पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे उठा लिया था। एक वर्दीधारी पुलिस कर्मी और चार अन्य सादी वर्दी में मौजूद पुलिस कर्मी आकाश को दरियाबाद थाने ले गए। देर रा

किसानों के प्रति भाजपा सरकार का व्यवहार संवेदनशून्य - अखिलेश यादव

Akhilesh Yadav समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों के प्रति भाजपा सरकार का व्यवहार संवेदनशून्य है। गांव-किसान को भाजपा ने अपनी प्राथमिकताओं से अलग कर रखा है। बागपत के 35 हजार किसानों को गन्ना भुगतान की एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। किसान तबाह हैं। जनसामान्य की जेब से निकालकर नकदी बैंकों में जमा करा ली गई पर अब घरेलू जरूरतों, शादी ब्याह में खर्च के लिए भी धनराशि मिलना आकाश के तारे तोड़ लाने जैसा है।  अभी इसी सप्ताह बहराइच-सीतापुर  जनपदों के दौरे के समय भी बहुत से किसानों ने शिकायत की थी कि उनका गन्ना खेतों में खड़ा है लेकिन मिलंे न तो गन्ना का उनका पुराना भुगतान कर रही है और न हीं गन्ना की नयी पर्ची दी जा रही हैं। अब किसानों के सामने गम्भीर संकट है कि वे करे तो क्या करें? स्थिति यहां तक अनियंत्रित है कि किसानों को नयी फसल के लिए खेत खाली करने के कारण गन्ना खेतों में आग के हवाले करना मजबूरी हो चली है। यह हाल प्रदेश के हजारों गन्ना किसानों का है। उत्तर प्रदेश में कानूनव्यवस्था पर भाजपा सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। खुद सरक

Cash Crunch को लेकर बोले अखिलेश यादव !!

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय पर मीडिया को सम्बोधित करते हुये कहा कि एटीएम में नोट न होना किसी बड़ी साजिश का संकेत है। उन्होंने कहा कि केन्द्र के इशारे पर कहीं नोटों की जमाखोरी तो नहीं हो रही है? यदि कैश नहीं होगा तो व्यापार ठप्प हो जायेगा। अगर नोटों की जमाखोरी हो रही है तो सरकार क्या कर रही है?  पूर्व मुख्यमंत्री श्री यादव ने कहा कि कैशलेश अर्थव्यवस्था की वकालत करने वाली केन्द्र सरकार को यह बताना चाहिए कि  नोट छपवाने का कागज विदेश से मंगाया जाता है और पर्याप्त संख्या में नोट भी छपवाया गया ऐसे में सवाल यह उठता है कि नोट गायब कहां हो गया? यह एक अन्तर्राष्ट्रीय षडयंत्र हो सकता है। पिछले साल हुए नोटबंदी से किसानों और गरीबों का बहुत नुकसान हुआ। समाज का हर वर्ग इस फैसले से परेशान है। इसके बाद भी भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बताती है। भाजपा के शासन काल की जनविरोधी नीतियों से जनता में भारी आक्रोश एवं असंतोष है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। लूट-हत्या-बलात्कार की घटनाओं से जनता बुरी त

घाघरा नदी पर बने चिल्हारी घाट पुल पर पहुंचे अखिलेश यादव

विगत 16 अपै्रल 2018 को लखनऊ से बहराइच और फिर वापसी की यात्रा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के साथ कई स्मरणीय अनुभव हुए। यह एक उल्लेखनीय बात है कि लोगों को जहां श्री अखिलेश यादव के आने की थोड़ी भी खबर लग जाती है। अपने आप काम छोड़कर गर्मी के माहौल में भी भारी भीड़ इकट्ठा हो जाती है इनमें स्त्री, पुरूष, बच्चे, बूढ़े, सभी शामिल होते हैं। जाति-धर्म का कहीं कोई भेद नहीं दिखाई देता है। हम घाघरा नदी पर बने चिल्हारी घाट पुल पर पहुंचे जो बहराइच और सीतापुर को जोड़ता है। इस पुल का निर्माण श्री अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में शुरू हुआ था। अपनी एक यात्रा के दौरान जब मुख्यमंत्री श्री यादव ने हेलीकाप्टर से पुल को टेंढ़ा बनते देखा तो पुल का एलाइनमेंट कराया। बहराइच से 15 किलोमीटर के बाद घाघरा नदी पुल पर मोनू मिश्रा की छप्पर नुमा एक दुकान है। यहीं राजकिशोर मिश्रा की चाय की दुकान भी है। मिश्रा बंधुओं ने श्री अखिलेश यादव का स्वागत किया और चाय पिलाई।  चिल्हारी घाट पुल पर अखिलेश जी के स्वागत में लोग बड़ी संख्या में आए हुए थे। एक महिला ने कहा कि आ

Akhilesh Yadav Celebrated Dr. Bhim Rao Ambedkar Jayanti in Samajwadi HQ, Lucknow

समाजवादी पार्टी कार्यालय, लखनऊ में आज भारत रत्न डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर जी की 127वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। डाॅ0 लोहिया सभागार में डाॅ0 आम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेष यादव ने करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।  श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज पूरे देष में डाॅ0 आम्बेडकर जी को याद किया जा रहा है। भारतीय संविधान के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता हैं। उनके द्वारा निर्मित संविधान से अमीर गरीब सबको बराबरी का हक मिल ा। यह संविधान एक पवित्र दस्तावेज है जिसमें सबके लिए एक मत की व्यवस्था है और व्यक्ति के मूलाधिकार सुरक्षित है। श्री यादव ने कहा कि आज हमें संविधान के रास्ते पर चलने का संकल्प लेना है, जो समाजवाद और सेक्युलरिज्म का रास्ता है। यही देश की आत्मा है। उन्होंने कहा कि आज ऐसे दल की सŸाा है जो डाॅ0 आम्बेडकर के विचारों से अनजान है। इस वजह से ही समाज में कलह है और दलित शोषित तथा वंचित तबके को सही न्याय एवं अधिकार नहीं मिल पा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है। अधिकारी काम नहीं क

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