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अखिलेश यादव ने की पीलीभीत के सिख प्रतिनिधिमण्डल से भेंट

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव का अंतिम वर्ष चल रहा है। देष नया प्रधानमंत्री चाहता है। एक बड़ी लड़ाई सामने है। आजादी के मूल्यों को कायम रखना है। लोकतंत्र को कमजोर नहीं होने देना है। ऐसे में भाजपा के कुत्सित इरादों से सावधान रहना होगा क्योंकि भाजपा षडयंत्रकारी पार्टी है। वह इन दिनों खिसियाई हुई है क्योंकि जनता में यह सच्चाई उजागर है कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया है। श्री अखिलेश यादव कल दो दिन के लिए मध्य प्रदेश की यात्रा पर जाने से पूर्व आज लखनऊ में कार्यकर्ताओं और अन्य नेताओं से भेंट कर रह थे। उनसे पीलीभीत के सिख प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट कर उन्हें स्वर्ण मंदिर की प्रतिकृति और सरोपा भेंट किया। प्रतिनिधिमण्डल में सरदार परमजीत सिंह, सरदार संतोष सिंह, सरदार गुरमेल सिंह तथा श्री अमोलक सिंह शामिल थे।  इस अवसर पर सर्वश्री अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, अरविन्द सिंह गोप, अवधेष प्रसाद, पारसनाथ यादव, बालेष्वर यादव, महबूब अली, नवाब इकबाल, एस0आर0एस0 यादव, तूफानी सरोज तथा जगदीश कुशवाहा भी मौजूद थे।  श्

आज समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय में इलाहाबाद से लखनऊ तक दलित चेतना और युवा चेतना साईकिल यात्रा कर लखनऊ आये सैकड़ों नौजवानों का हुआ सम्मान !

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय में इलाहाबाद से लखनऊ तक दलित चेतना और युवा चेतना साईकिल यात्रा कर लखनऊ आये सैकड़ों नौजवानों को सम्मानित किया।  पूर्व मुख्यमंत्री श्री यादव ने लोहिया सभागार में अपने सम्बोधन में कहा कि नौजवानों में ही सपने देखने का साहस और उन्हें पूरा करने की ऊर्जा होती है। जो अच्छा-बुरा दोनों रास्ता देख लेते हैं उसकी सफलता को कोई रोक नहीं सकता। हम समाजवादियों को बड़ा सपना देखना होगा और उसे पूरा करने के लिए मेहनत से जुट जाना चाहिए। समाजवादी विकास माॅडल ही सफल है और समाजवादियों को 2019 का सपना साइकिल चलाकर ही साकार करना होगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव सर्वश्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेन्द्र वर्मा और आर. के. चैधरी सदस्य विधान परिषदगण एस.आर.एस. यादव, अरविन्द कुमार सिंह और सुनील सिंह साजन, जावेद आब्दी, विकास यादव, राहुल सिंह, बृजेश यादव, मो0 एबाद, प्रदीप तिवारी, दिग्विजय सिंह देव, सर्वेश अम्बेडकर सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।  श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार की यह सफलत

मोदी द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन करने पर बोले अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में दुनिया का जो सबसे बड़ा मोबाइल उत्पादक प्लांट शुरू हो रहा है उसकी शुरूआत समाजवादी सरकार में उनकी उपस्थिति में 18 अक्टूबर सन् 2016 को सैमसंग इण्डिया इलेक्ट्रिानिक्स के प्रेसीडेंट और सीईओ श्री एच.सी.होंग और मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। समाजवादी सरकार ने सैमसंग कम्पनी को अपनी उत्पादन यूनिट लगाने के लिए 30 एकड़ जमींन भी उपलब्ध करा दी थी। सैमसंग प्लांट का आज उद्घाटन हो रहा है उससे तरक्की की समाजवादी सोच को ही बढ़ावा मिला है। सैमसंग को भी धन्यवाद कि इसके उत्पादन के साथ रोजगार का सृजन होगा। जिस उम्मीद से समाजवादी सरकार ने उनके साथ करार किया तथा ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 81 में भूमि उपलब्ध कराई थी उस पर सैमसंग खरा उतरा है।  विडम्बना है कि भाजपा सरकार आज तक अपनी कोई नई योजना लेकर नहीं आ सकी है। वह दूसरों के खेत की फसल काटना ही अपनी उपलब्धि समझती है। विकास की उसकी दृष्टि अत्यंत संकीर्ण है और उसका हर कार्य रागद्वेष से प्रेरित है।  भाजपा सरकार की आर्थिक कुनी

मुद्रा लोन से 7 करोड़ स्वरोज़गार पैदा हुआ, अमित शाह को ये डेटा कहां से मिला मोदी जी..

मुद्रा लोन से 7 करोड़ स्वरोज़गार पैदा हुआ, अमित शाह को ये डेटा कहां से मिला मोदी जी यह न तंज है और न व्यंग्य है। न ही स्लोगन बाज़ी के लिए बनाया गया सियासी व्यंजन है। रोज़गार के डेटा को लेकर काम करने वाले बहुत पहले से एक ठोस सिस्टम की मांग करते रहे हैं जहां रोज़गार से संबंधित डेटा का संग्रह होता रहा हो। लेकिन ऐसा नहीं है कि रोज़गार का कोई डेटा ही नहीं है। चार साल बीत जाने के बाद प्रधानमंत्री को ध्यान आया है कि देश में नौकरियों को लेकर डेटा नहीं है। फिर उन्हें अमित शाह से पूछना चाहिए कि जनाब आपको यह डेटा कहां से मिला था कि मुद्रा लोन के कारण 7 करोड़ 28 लाख लोग स्वरोज़गार से जुड़े हैं। 12 जुलाई 2017 को अमित शाह का यह बयान कई जगह छपा है। अब अगर बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने मन में कोई खिचड़ी पकाई हो तो बेहतर है उन्हें प्रधानमंत्री से माफी मांग लेनी चाहिए । साथ ही किसी को उन्हें याद दिलाना चाहिए कि सर बहुत सारा अपन के पास डेटा है, बस जो भी डेटा आप देते हैं न उसे लेकर सवाल उठ जाते हैं। इसके अला्वा कोई समस्या नहीं है क्योंकि सवाल उठने के बाद भी हम चुनाव तो जीत ही जाते हैं। प्रधानमंत्

चुनाव सिर पर आ गए हैं अब किसानों की हितेषी न बनें भाजपा - अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव सिर पर आ गए हैं तो भाजपा किसानों का हितैषी होने का दिखावा करने लगी है। किसानों के उत्पादों के लिए घोषित ताजा न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसान को कुछ मिलने वाला नहीं है क्योंकि उसकी अर्थनीति किसान पक्षधर नहीं, कारपोरेट घरानों के हित साधन की है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना जोड़ने का जो दावा किया है वह भाजपा की दोषपूर्ण आर्थिक नीति को साबित करता है। पहले ही डाॅ0 स्वामीनाथन रिपोर्ट की  संस्तुतियों से भाजपा मुकर गई थी और अब किसानों के समर्थन का ढोंग कर रही है। भाजपा राज में किसान की सबसे ज्यादा दुर्दशा है। उसके साथ न्याय नहीं हो रहा है। उसकी जमीन कर्ज में फंसी है, कृषि मण्डियों में किसान लुट रहा है, सिंचाई का संकट है। विद्युत आपूर्ति बाधित है, किसान निराशा और कुण्ठा में आत्महत्या कर रहा है। भाजपा का अन्नदाता को ही धोखा देने में कोई गुरेज नहीं है। केन्द्र में भाजपा सरकार का अंतिम वर्ष है, किसानों को लाभ पहुंचाने का ख्याल उसे अब तक क्यों नहीं आया था? अपने जन्मकाल से ही भाजपा का किसान और खेत

भाजपा वि कांग्रेस - कौन जीतेगा मध्य प्रदेश | बड़ा सर्वे पढ़िए यह रिपोर्ट |

कांग्रेस जिस शिवराज सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी के भरोसे सत्ता का वनवास खत्म करने का यकीन रखती है ..उस राह में अभी भी कई रोड़े हैं.. कांग्रेस न तो शिवराज के मुकाबले कोई चेहरा चुनाव में सामने रख पाई है और ना ही कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक है.. क्योंकि जिस कांग्रेस में अभी कमलनाथ की टीम सामने नहीं आई वहां टिकट चयन से लेकर उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रचार अभियान और उसमें ज्योतिरादित्य की भूमिका बहुत मायने रखती है.. ज्योतिरादित्य को कमलनाथ ने जब अपने पीछे चलने को मजबूर किया है.. तब सिंधिया के लिए भी अपनी पुरानी भूमिका में नई लाइन पर आगे बढ़कर पहले कांग्रेस को बहुमत दिलाना और फिर पार्टी के अंदर अपनी स्वीकार्यता सिद्ध करना बहुत बड़ी चुनौती मानी जा रही है.. जिस कांग्रेस का लगभग 35 परसेंट अपना वोट बैंक अभी भी उसकी ताकत बना हुआ है आखिर वो पिछले तीन चुनावों में भाजपा को मात क्यों नहीं दे पाई.. क्या 8 से 10% वोट बैंक का अंतर वो सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी के भरोसे पूरा करना चाहती है या उसका अपना कार्यकर्ता, बूथ प्रबंधन और इलेक्शन मैनेजमेंट फिर कमजोर कड़ी साबित होगा.. जहां

700 स्टेशनों पर 80 लाख यात्रियों को फ्री वाई फाई तो कुछ भी नहीं है - Ravish Kumar

700 स्टेशनों पर 80 लाख यात्रियों को फ्री वाई फाई तो कुछ भी नहीं है गोयल जी 22 जून को इकनोमिक टाइम्स में ख़बर छपती है और उसे 23 जून को प्रधानमंत्री मोदी ट्विट करते हैं कि देश के 700 स्टेशनों पर एक महीने में 80 लाख लोगों को वाई फाई की सुविधा दी जा रही है। अंग्रेज़ी में इस संख्या को 8 million लिखा है जिसे पहली नज़र में देखते ही लगेगा कि बड़ी भारी कामयाबी है। एक महीने में 80 लाख लोगों को वाई फाई सुविधा की पेशकश। देश में करीब 7000 स्टेशन हैं, इनमें से चार साल बाद सरकार बताती है कि 700 स्टेशन पर 80 लाख लोगों को वाई फाई सुविधा मिल रही है। इस लिहाज़ से ये बड़ी कामयाबी है या छोटी, बेहतर है आप अपनी आंखों का कुछ इस्तमाल करें। अब अगर आप यात्रियों के हिसाब से देखें तो यह कामयाबी कुछ भी नहीं है। हर दिन दो करोड़ तीस लाख यात्री रेल से सफ़र करते हैं। इस हिसाब से महीने में करीब 69 करोड़ यात्री सफर करते हैं। 69 करोड़ यात्रियों में से आप एक महीने में मात्र 80 लाख यात्रियों को मुफ्त वाई फाई की सुविधा दे रहे हैं तो कौन सा बड़ा तीर मार लिया आपने। ये तो एक प्रतिशत के आस पास ही है। भारतीय रेल के कर

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