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तेजश्वी ने साधा सुशील मोदी पर निशाना - एक नंबर का धांधलीबाज़ और फ़रेबी व्यक्ति है सुशील

सुशील मोदी इतने बड़े धांधलीबाज़ और फ़रेबी व्यक्ति है कि है अपने माँ के कोख से जन्मे सगे भाई को अपना दूर का रिश्तेदार बताता है। जो व्यक्ति अपने भाई को रिश्तेदार बताता हो तो सोच लीजिये वह इंसान कितना बड़ा फ़्रॉड और दोगला होगा? अगर फिर भी कोई उनकी बातों पर यक़ीन करता है तो समझों वह जानबुझकर ज़हर पी रहा है। सुशील मोदी का अप्रवासी परिवार अरबों की काली कमाई के ढेर पर बैठा है। * सुशील मोदी यह साफ़ क्यों नहीं करते कि छोटे से कपडे की दुकान चलाने वाला मोदी खानदान आज खरबों का मालिक कैसे  बन बैठा? * इनके भाई राजकुमार मोदी की 10 हज़ार करोड़ की रीयल इस्टेट कंपनी इनके उपमुख्यमंत्री बनने के बाद कैसे आगे बढ़ी? * इनकी बहन रेखा मोदी को सृजन घोटाले के पैसे में बन्दरबाँट करने में सुशील मोदी ने कैसे मदद की? * यह ललित छाछवरिया इनका कौन सा रिश्तेदार जो इनके खानदान को खरबों की मनी लॉन्ड्रिंग में मदद कर रहा है? * क्यों बार बार शिकायतों के बावजूद वित्त मंत्री रहते इन्होंने और मुख्यमंत्री ने सृजन घोटाले में जाँच के आदेश नहीं दिए? * क्यों नहीं सुशील मोदी जेब में पड़े अगले हुक्म का इंतज़ार कर र

भाजपा सरकार में किसानों की जिंदगी तबाह है - अखिलेश यादव

Akhilesh Yadav समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में किसानों की जिंदगी तबाह है। 50 प्रतिशत से ज्यादा क्रय केंद्रो पर गेहूं की खरीद नहीं हो रही है तथा किसानों को वहां से लौटाया जा रहा है। जिन क्रय केंद्रो पर खरीद हो रही है वहां भी आसपास बिचैलियों ने अपने अड््डे बना रखे है जिनपर किसानों का खुलकर शोषण किया जा रहा है। क्रय केंद्र प्रभारियों से सांठगांठ कर बिचैलिये औने पौने दाम पर गेहूं खरीद कर क्रय केंद्रो को बेचकर मुनाफा कमा रहे है। गेहूं क् रय केंद्रो पर किसानों से 60 से 80 रूपये तक खर्च के नाम पर पल्लेदारी, उतराई आदि के नाम पर वसूले जा रहे है। क्रय केंद प्रभारी बिचैलिये के साथ मिलकर किसानों का समर्थन मूल्य 1735 की जगह 1500 से कम रूपए में गेहूं खरीदकर किसानों का शोषण कर रहंे है। श्री यादव ने कहा कि क्रय केंद्रो पर किसानो के लिए न पीने का पानी की व्यवस्था है और नही तपती धूप से बचाव के लिए छाया है। गरीब कमजोर किसान गेहूं लेकर क्रय केंद्रो पर जाता है तो बताया जाता है कि बोरे नहीं है। किसान को मजबूर होकर बाजार में बिचैलियों को अपना गेहूं बेच

आंखे खोल देने वाला खुलासा. कहते हैं झूठ के पैर नहीं होते - अखिलेश ( पढ़िए पूरी खबर )

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कहते हैं झूठ के पैर नहीं होते हैं। कल जब मुख्यमंत्री जी प्रतापगढ़ के एक गांव में जनता से रूबरू हुए तो उन्हें अपनी सरकार के ढोल के पोल का अंदाजा हो गया। जनता को झूठे वादों से भरमाने की भाजपा सरकार की रीति-नीति का खुलासा आंखे खोल देने वाला हैं। यह बात तो उजागर हो गई है कि भाजपा सरकार से समाज का कोई वर्ग-किसान, नौजवान, महिला, छात्र, अल्पसंख्यक, व्यापारी, भी संतुष्ट नहीं है। सबके साथ धोखा हुआ है। भाजपा सरकार की रात ्रि चैपाल ढोंग के अलावा कुछ नहीं है। प्रदेश में खुद मुख्यमंत्री जी का कितना इकबाल है इसी से जाहिर है कि वे गोरखपुर में गेहूं क्रयकेंद्रो पर बोरा भी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। क्रय केन्द्रों पर पैसा नहीं है। मुख्यमंत्री जी गेहूं क्रय केन्द्र पर गए तो उन्हें पता चला कि गेहूं की खरीद में अधिकारियों की दिलचस्पी नहीं है। किसान को उसकी फसल का निर्धारित मूल्य 1735 रूपए भी नहीं मिल रहा है। आलू किसान के आलू खरीद का सरकारी मूल्य 549 रूपए प्रति कुंतल है पर किसान को वह भी नहीं मिला। वैसे आलू के उत्पादन की लागत प्रति हज

भाजपा राज में नदियों की ऐसी दुर्दशा हुई है कि... अखिलेश यादव | पढ़िए पूरी खबर |

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकारों ने नदियों की पवित्रता और निर्मलता समाप्त करने में कुछ उठा नहीं रखा है। जल ही जीवन के मंत्र को भुलाकर नदियों को नालों में तब्दील किया जा रहा है। गंगा, यमुना, गोमती, हिंडन, वरूणा, कुंआरी नदी सभी का जल बुरी तरह प्रदूषित हैं। इनकी सफाई के नाम पर करोड़ो रूपयों का सिर्फ बंदरबांट हुआ है। फूल खिलाने का वादा करने वाली पार्टी सŸाा में आने प र जलकुंभी उगा रही है। मां गंगा के बुलावे पर गुजरात से काशी आए प्रधानमंत्री जी का कार्यकाल समाप्ति पर है पर गंगा पहले जैसी मैली हैं। वे गुजरात के सूरत में कुंआरी नदी में जलकुंभी की काली छाया छोड़कर आए और काशी भी उससे अछूती नहीं रही। दिल्ली में यमुना का पानी काला और दुर्गन्धित हो गया है। हिंडन नदी भी प्रदूषण से नहीं बची है। भाजपा राज में नदियों की ऐसी दुर्दशा हुई है कि अब इनका जल आचमन करने लायक भी नहीं बचा है। आक्सीजन की लगातार घटती मात्रा से जलजीव भी नष्ट होते जा रहे हैं। राजधानी लखनऊ में आदि गंगा गोमती नदी पर भाजपा सरकार ने दाग लागने का पाप किया है। समाज

तेजश्वी यादव ने फिर ली नीतीश की चुटकी

माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आजकल स्वयं से खफ़ा चल रहे है। कब, क्या और क्यों बोल रहे है इसका उन्हें आभास ही नहीं रहता। विगत दिनों में उनकी सोशल मीडिया को लेकर झुंझलाहट और खीझ सबको समझ में आती है। दरअसल प्रायोजित तौर-तरीक़ों से मुख्यमंत्री नीतीश जी कुछ मीडिया को मैनेज और एडिट करके ही अपना महिमामंडन करवाते आए हैं। इससे वो सुशासन बाबू भी बन गए। मुख्यधारा की कुछ समर्थित मीडिया को सरकारी प्रचार छीन लेने का डर दिखाकर एवं ब्लैकमेलिंग कर मीडिया रिपोर्टों को अपने पक्ष में करवाने  का दबाव बनाया जाता है। जुझारू और हिम्मती कलमवीर पत्रकारों को हटाने अथवा दूसरे काम में लगाने के लिए बाध्य किया जाता है। मुख्यमंत्री जी की एडिटिंग का यह स्तर है कि उनके विज्ञापनी दबाव में विपक्ष की आवाज को लगभग दबा दिया गया है। यहां तक कि नेता विरोधी दल के बयानों को भी कम से कम जगह दे कर निपटवा दिया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश जी की आलोचना को उनके पार्टी की आलोचना के रूप में दिखा दिया जाता है। हम नीतीश कुमार लिखते है तो सुबह अख़बार में जदयू लिखा पाया जाता है। मुख्यमंत्री व सरकार विरोधी बयानों को नीतीश कु

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” - तेजश्वी यादव

“दिल की बात- तेज़ भाई की सगाई और पिता जी की अनुपस्थिति” हम सभी नौ भाई-बहनों ने जीवन के हर सफर की शुरुआत हमेशा हमने पिताजी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेकर ही की है, लेकिन कल मन थोड़ा व्यथित था कि तेज़ भाई के नए सफर की शुरुआत में उनका विराट व्यक्तित्व शारीरिक रूप से ख़ुशी की घडी में हमारे साथ शरीक नहीं था। सुख के क्षणों में हमने पिता की कमी महसूस की। हालाँकि मानसिक और वैचारिक रूप से सदैव वो हमारे अंग-संग रहते है। बचपन से सुनते आया हूँ वो हमें अक्सर कहते है, जो जनसेवा को समर्पित हो उसका कोई निजी जीवन नहीं होता, निजी खुशियां नहीं होती, निजी दुःख नहीं होता। जन-जन के संघर्ष के आगे परिवार की खुशियों का कोई मोल नहीं है। भाई के सगाई समारोह में पिता जी की यही बात बार-बार याद आ रही थी। भाई के नए सफर पर पिता के आशीर्वाद का हाथ उनके सिर पर नहीं था, ये शायद पहली बार था। पिता की कमी बहुत खली, लेकिन उनकी ये सीख हमारे साथ रही की निजी सुख-दुःख से ऊपर होकर हमारा जीवन बिहार के लिए समर्पित है और रहेगा। कई बार समझौते आपको और आपके परिवार को सुकून के पल और खुशियां दे जाते हैं । मेरे पिता ने आवाम क

किसी निर्दोष का फर्जी एनकाउंटर एक अमानवीय और गैरकानूनी कृत्य है - अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज विधान परिषद सदस्य राजेश यादव राजू के साथ बाराबंकी जनपद के पूर्व शिक्षक श्री भगौती प्रसाद यादव ने मिलकर अपने बेटे श्री आकाश बख्स यादव के फर्जी एनकाउंटर किए जाने की पुलिसिया साजिश की जानकारी दी। श्री अखिलेश यादव ने राज्य सरकार से फर्जी एनकाउंटर कराने की घटना में शामिल पुलिस कर्मियों पर धारा 307 का मुकदमा कायम करने, पूरी घटना की निष्पक्ष जांच कराए जाने और घायल नौजवान की मदद किए जाने की मांग की है।  उन्होंने कहा प्रदेश में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है और हर मोर्चे पर विफल सरकार अपनी असफलताएं छुपाने के लिए फर्जी एनकाउंटर का सहारा ले रही है। श्री भगौती प्रसाद यादव ग्राम पूरे सागर पोस्ट सिद्धौर, बाराबंकी, के निवासी हैं। उनका बेटा आकाश (30वर्ष) एल.एल.बी. का छात्र है और सचिवालय कालोनी के निकट शांति आश्रम से 18 अपै्रल 2018 को बाराबंकी पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे उठा लिया था। एक वर्दीधारी पुलिस कर्मी और चार अन्य सादी वर्दी में मौजूद पुलिस कर्मी आकाश को दरियाबाद थाने ले गए। देर रा

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